गम तेरे बिछड़ने का हम दिल में समो लेंगे,
तू याद जब आएगा, तन्हाई में रो लेंगे,
दिल प्यार की राहो में बर्बाद हुआ लेकिन,
बर्बाद किया किसने ये राज़ न खोलेंगे..!!
अब तर्क-ए-ताल्लुक पर हम दोनों हैं आमादा,
वो हमसे न बोलेंगे हम उनसे न बोलेंगे,
गर आपकी नींदों के सपने हमें मिल जाए,
हम जागती आँखों से कुछ देर तो सो लेंगे..!!
And i tried to add few lines... hope they are not bad... ( i am not a good poet i know).
अब और किसी शै की हमको न जरुरत है,
तेरी पल भर की चाहत हम दिल में संजो लेंगे,
है कितनी हंसी दुनिया, हर ओर ख़ुशी ही ख़ुशी,
पर तेरे बिना दिलबर हम आँख न खोलेंगे..!!
माँगा है तुम्हे सबसे, रब से भी दुआओं में,
तेरे लौट के आने की उम्मीद पिरो लेंगे ..!
तुझसे गम दूर रहे, खुशियों की इनायत हो,
अश्को के समंदर में, हम दिल को डुबो लेंगे...!!